|
पद:
1. आप वैदिक धर्म के पंडित तथा श्रीमत आर्य प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष थे ।
2. आप 'कला मित्र' नामक नाटक टोली के निर्माता-निर्देशक थे ।
3. 27 साल की उम्र से आप सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक और राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय थे । आप अनेक हिंदी स्कूल और मंदिर में हिंदी पढ़ाते थे, जैसे कि पंडित मल्हू हिंदी स्कूल, हिंदी परिषद, सर्वोदय हिंदी पाठशाला (मगेन्तवेग),जीवन-ज्योति, सुभास हिंदी पाठशाला, नियूव्ज़ोर्ग हिंदी पाठशाला, कामता हिंदी स्कूल।
संस्थान:
श्रीमत आर्य प्रतिनिधि सभा
शिक्षा:
उपलब्ध नहीं
प्रकाशन:
1959 – 'अयोध्यापति' (कहानी)
1961 – 'एक गाँव की लड़की' और 'विवाह संस्कार'
1962 - 'आज और कल'
1963 – 'पंचत'
1964 – 'लड़की क्यों बहंकी'
1969 – 'सूर पंचशंती' भक्त सूरदास के जीवन चरित्र (नाटक)
1980 – 'बहु भी बेटी है', 'व्रेये स्टेम' (लेख)
1982 –'सैनिक के पिता'
1984 – 'मैं औरत हूँ'
'सत्य व्रत'
1987 – 'संस्कृति की बातें'
'संगीत'
उल्लेखनीय गतिविधियाँ/ उपलब्धियाँ/ प्रतिभागिता:
-
मान्यता/ पुरस्कार/ सम्मान:
-
उल्लेखनीय सूचनाएँ:
आप रेडियो राधिका में उद्घोषक थे जहाँ आप 'किशोरों का प्रोग्राम' प्रस्तुत करते थे । इसके अलावा आपने रेडियो संगीतमाला पर 'यूथ कार्यक्रम', 'अपनी पहचान' (धार्मिक, सांस्कृतिक, सामाजिक कार्यक्रम), देश-विदेश का समाचार हिंदी में प्रस्तुत करते थे । आप टेलीविजन पर हिंदी में 'विशेष समाचार' पढ़ते थे ।
विशेषज्ञता/ प्रवीणता/ रुचि के क्षेत्र:
सूरीनाम, दक्षिण अमेरिका, शिक्षण, सृजनात्मक लेखन, प्रशासन, मीडिया Surinam, South America, Education, Creative Writing, Administration, Media
वेब आधारित कड़ियाँ (Links):
-
सूचना-स्रोत:
विश्व हिंदी सचिवालय, मॉरीशस
वेबसाइट/ ब्लॉग:
-
|
|