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पृष्ठभूमि:
उप्पसालाविश्वविद्यालय एक जीवित सांस्कृतिक वातावरण के साथ नॉर्डिक देशों (Nordic Countries) में सबसे पुराना विश्वविद्यालय है। भारतीय भाषाशास्त्र की पारंपरिक अध्ययन कम से कम 18वीं सदी की है।
उद्देश्य:
विवरण उपलब्ध नहीं
उल्लेखनीय गतिविधियाँ/ उपलब्धियाँ/ प्रतिभागिता:
अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर संगोष्ठियों का आयोजन जैसे : 1. किस प्रकार एक लेक्चरर बना जा सकता है? (How to become a docent?), 2. रोज़गारी / बेरोज़गारी आदि विषयों पर संगोष्ठी। 3. हाल ही विश्वविद्यालय ने 7 मई 2011 को रवीन्द्रनाथ टैगोर 150वीं जयंती का आयोजन किया।
प्रमुख पदाधिकारी:
वेस्सलेर प्रो. हेंज वेर्नर(Wessler Prof. Heinz Werner) हिंदी प्राध्यापक (Hindi Lecturer)
प्रकाशनः
विवरण उपलब्ध नहीं
मान्यता/ पुरस्कार/ सम्मान:
विवरण उपलब्ध नहीं
उल्लेखनीय सूचनाएँ:
विश्वविद्यालय में भारतीय भाषाशास्त्र के दो पहलू होते हुए भी, 1892 में एक प्रस्तावना के बाद उसे प्राध्यापक पद में परिवर्तित किया गया। निस्संदेह इसका मूल संस्कृत था। एशियाई और अफ़्रीकी भाषाओं तथा संस्कृतियों के अनुभाग में विविध विषयों की एक बड़ी संख्या के साथ-साथ स्वाहिली, Assyriology और चीनी भी थीं। उसमें दो उपवर्ग हैं जो शिक्षा और दक्षिण एशिया से जुड़े अनुसंधानों से सम्बंधित हैं। एक में दक्षिण एशियाई भाषाएँ और संस्कृतियाँ हैं जिसमें (संस्कृत सहित) हिंदी, भारतीय विद्या एवं अध्ययन कार्यक्रमों का आयोजन होता है। तो दूसरे में तुलनात्मक भारोपीय भाषाशास्त्र पर काम होता है। वर्तमान में विश्वविद्यालय में हिंदी में एक पूर्ण उम्मीदवार कार्यक्रम दिया जा रहा है, जिसमें हिंदी में विशेषज्ञता के साथ Orientalist कार्यक्रम में भागीदारी के लिए भी प्रोत्साहन दिया जा रहा है। विश्वविद्यालय में हिन्दी अंग्रेजी के माध्यम में पढ़ाया जा रहा है तथा परीक्षा स्वीडिश या अंग्रेजी में ली जातीं हैं।
वेब आधारित कड़ियाँ (Links):
विवरण उपलब्ध नहीं
सूचना-स्रोत:
http://www.uu.se/peace/EUpartners/uppsala-universityhttps://www.facebook.com/uppsalauniversityhttp://www.lingfil.uu.se/forskning/http://www.uu.se/
वेबसाइट/ ब्लॉग:
http://www.lingfil.uu.se/inst/staff/
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