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हिंदी लेखक संघ
Hindi Lekhak Sangh
पता:
Shivala Road, Laventure, Mauritius (पता : हिंदी लेखक संघ के प्रधान अंचाराज़ डॉ. लालदेव।) Email: उपलब्ध नहीं Phone: 00 230 418 2988 (फ़ोन नंबर : हिंदी लेखक संघ के प्रधान अंचाराज़ डॉ. लालदेव।)
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हिंदी लेखक संघ से संपर्क कीजिए:
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पृष्ठभूमि:
स्थापना : 9 दिसंबर 1961 संस्थापक : डॉ. मुनीश्वरलाल चिंतामणि
उद्देश्य:
हिंदी लेखक संघ के निम्न उद्देश्य हैं :
1. मॉरीशस में हिंदी भाषा तथा भारतीय संस्कृति की रक्षा करना, हिंदी साहित्य का विकास करना।
2. स्थानीय साहित्य सृजन के लिए लेखन कार्यशालाएँ चलाकर लेखन में लेखकों, कवियों का मार्ग दर्शन करना। उनकी लिखी हुई रचनाओं को प्रकाशित कर उन्हें प्रोत्साहित करना।
3. संगोष्ठी, कवि सम्मेलन इत्यादि आयोजित कर लेखकों, कवियों को अपनी स्वरचित रचनाओं को जानने का मौका देना, नाटक मंचन कर अपनी नाट्य कला, अभिनय आदि प्रदर्शित करना, निबंध, कविता, कहानी प्रतियोगिताएँ आयोजित कर लोगों को लिखने का प्रोत्साहन देना, पंत, जयशंकर प्रसाद, गुप्त, महादेवी वर्मा, तुलसीदास की जयंतियाँ मनाना ताकि पाठक उन कवियों के साहित्य से अवगत हों।
4. पत्रिका तथा पुस्तकों का प्रकाशन करना।
उल्लेखनीय गतिविधियाँ/ उपलब्धियाँ/ प्रतिभागिता:
लेखक संघ द्वारा निम्न गतिविधियों का आयोजन :
1. विभिन्न विधाओं जैसे कविता, कहानी, निबंध, लघु कथा, लोककथा, इतिहास तथा बाल साहित्य सृजन में पुस्तकें प्रकाशित करने हेतु समय-समय पर कार्यशालाएँ करता रहता है। (जिस विधा में लेखक संघ पुस्तक छापने जाता है, प्रकाशन से पूर्व संघ उस विधा में कार्यशाला आयोजित कर लेखकों को उस विधा के शिल्प, भाषा-शैली, उद्देश्य व लेखन कला से अवगत करा देते हैं ताकि वे उस ढाँचे में उसकी रचनाएँ लिखकर प्रकाशनार्थ दे सकें।)
2. समय-समय पर निबंध, कहानी, कविता लेखन व पठन प्रतियोगिताओं का आयोजन।
3. कवि सम्मेलनों व संगोष्ठियों का आयोजन।
प्रमुख पदाधिकारी:
अंचाराज़ डॉ. लालदेव, प्रधान, हिंदी लेखक संघ (ANCHARAJ Dr. Laldeo)
प्रकाशनः
विवरण उपलब्ध नहीं
मान्यता/ पुरस्कार/ सम्मान:
विवरण उपलब्ध नहीं
उल्लेखनीय सूचनाएँ:
1. हिंदी लेखक संघ ने 'बाल सखा' शीर्षक से पत्रिका का प्रकाशन सन् 1965 में किया था पर प्रकाशन की असुविधा के कारण कुछ अंक निकालने के पश्चात यह कार्य रुख गया। सन् 2006 से यह संस्था 'बाल सखा' का पुनर्प्रकाशन कर रही है। लेखक तैयार करने का यह एक अच्छा माध्यम है। 'बाल सखा' ने मॉरीशस देश के अनेक लेखकों तथा लेखिकाओं को लिखने तथा उनकी रचनाओं को इसमें प्रकाशित करने का सुअवसर प्रदान किया है।
2. रडियो-टी.वी. कार्यक्रमों में संघ के सदस्यगण भाग लेते रहते हैं।
वेब आधारित कड़ियाँ (Links):
http://www.lemauricien.com/article/culture-la-hindi-lekhak-sangh-f%C3%AAte-son-jubil%C3%A9-dor
सूचना-स्रोत:
1. डाक द्वारा पत्र प्राप्त : भोला श्री इन्द्रदेव इन्द्रनाथ (Bholah Mr. Indradev Indranath)
2. विश्व हिंदी समाचार, वर्ष : 1, अंक : 4, दिसंबर 2008, पृष्ठ 11
3. विश्व हिंदी सचिवालय, मॉरीशस
वेबसाइट/ ब्लॉग:
विवरण उपलब्ध नहीं
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