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पृष्ठभूमि:
माननीय श्री शिवराज सिंह चौहान ने जब दूसरी बार मुख्यमंत्री का पद ग्रहण किया तभी से उनकी सरकार प्रदेश में हिंदी विश्वविद्यालय की स्थापना करने का स्वप्न देखने लगी तथा उसका नामकरण संयुक्त राष्ट्र संघ में पहली बार हिंदी की आवाज़ बुलंद करने वाले अप्रतिम वक्ता, कवि और पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के नाम पर करने का निश्चय किया। 02 दिसम्बर, 2011 मध्यप्रदेश विधानसभा के लिए वह ऐतिहासिक दिन था जिस दिन उसने सर्वानुमति से अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय विधेयक पर हस्ताक्षर कर विश्वविद्यालय अधिनियम को स्वीकृति प्रदान की। 19 दिसम्बर, 2011 को मध्यप्रदेश राजपत्र (असाधारण) मध्यप्रदेश अधिनियम क्र. 34, सन् 2011 द्वारा गजट में प्रकाशन के बाद अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय की स्थापना हुई तथा यह अधिनियम 21 दिसम्बर, 2011 से प्रभावी माना गया।
उद्देश्य:
विश्वविद्यालय का मुख्य उद्देश्य हिंदी भाषा को अध्ययन, प्रशिक्षण, ज्ञान की वृद्धि और प्रसार के लिए तथा विज्ञान साहित्य, कला और अन्य विधाओं में उच्चस्तरीय गवेषणा के लिए शिक्षण का माध्यम बनाना है। उपरोक्त उद्देश्य की व्यापकता को प्रभावित किए बिना, विश्वविद्यालय के निम्नलिखित उद्देश्य होंगे:-
1. विज्ञान, साहित्य, संस्कृति, कला, दर्शन और अन्य विधाओं के अध्ययन और गवेषणा को प्रोन्नत करना, संकलित करना और संरक्षित करना।
2. हिंदी भाषा में शिक्षा और ज्ञान को प्रोन्नत करना और उसका प्रसार करना और इस प्रयोजन के लिए अन्य भाषाओं से अनुवाद करना, प्रकाशन, उद्देश्य और दूरस्थ शिक्षा का उपयोग, सूचना प्रौद्योगिकी और रोज़गार-कौशल का उपयोग संचालित करना।
3. हिंदी भाषा के ज्ञान को प्रोन्नत करने के लिए अभिभाषणों, सेमीनारों, परिसंवादों, अधिवेशनों का आयोजन करना।
4. विभिन्न विधाओं में शिक्षण तथा प्रशिक्षण को प्रोन्नत करना, जैसे कि विश्वविद्यालय ठीक समझे और गवेषणा कार्य किए जाने का इंतजाम करना।
5. सभी धर्मों और मुख्य प्राचीन सभ्यताओं और संस्कृतियों के अध्ययन तथा गवेषणा कार्य को प्रोत्साहित करना।
6. परीक्षा संचालित करना और मानद उपाधियाँ और अन्य विशिष्टियाँ प्रदान करना।
7. ऐसे समस्त कार्य करना, जो विश्वविद्यालय के समस्त या किन्हीं उद्देश्यों को प्राप्त करने में अनुषांगिक, आवश्यक या सहायक हों।
उल्लेखनीय गतिविधियाँ/ उपलब्धियाँ/ प्रतिभागिता:
1. नये छात्रों के लिए 24/03/2014 को अभिमुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
2. विश्वविद्यालय सेवा योजना के अंतर्गत अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए, यथा-विधानसभा शैक्षणिक परिसर की स्वच्छता हेतु विद्यार्थियों द्वारा दो दिवसीय श्रमदान शिविर सम्पन्न हुए।
3. विश्वविद्यालयीन परिवार द्वारा विश्वविद्याला परिसर में छात्र/कर्मचारी/शिक्षक के जन्मदिन पर वृक्षारोपण/पौधारोपण कर विश्वविद्यालय के प्राकृतिक सौंदर्य को विकसित किया जा रहा है।
4. विश्वविद्यालय ने मुगलियाकोट गाঁव को विकास की दृष्टि से गोद लिया है। प्रथम बार छात्रों ने उस गाঁव में जाकर गाঁव की समस्याओं की जानकारी प्राप्त की।
5. राष्ट्रीय पर्वों 15 अगस्त, 2012 एवं 26 जनवरी, 2013 पर छात्रों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।
6. 14 सितम्बर से 4 अक्टूबर 2012 के बीच हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत विभिन्न महाविद्यालयों में भाषण, स्व-रचित कविता पाठ, सस्वर कविता पाठ, निबंध लेखन, कहानी लेखन एवं परिचर्चाओं का आयोजन किया गया।
7. विश्वविद्यालय में एन.एस.एस. एवं एन.सी.सी. की गतिविधियाँ आयोजित करने हेतु संबंधित प्राधिकरणों से स्वीकृति की प्रक्रिया जारी है। इसके अतिरिक्त खेल, विवेकानन्द कैरिअर मार्गदर्शन तथा छात्रों के लिए समूह बीमा योजना के अंतर्गत कार्यवाही की जा रही है। इस प्रकोष्ठ के प्रमुख डॉ.अनिल शिवानी हैं।
8. छात्रों को समय-समय पर भारतीय जीवन मूल्यों, मूल्य आधारित व्यावसायिकता तथा सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक मूल्य यथा- सत्य, ज्ञान, धर्म, दया, शांति, क्षमा, ईमानदारी, अनुशासन, सकारात्मकता, रचनात्मकता, कुशलता आदि की जानकारी देकर व्यवहार में अपनाने का आग्रह किया जाता है।
प्रमुख पदाधिकारी:
कुलपति कार्यालय :प्रो. मोहनलाल छीपा (91) 0755 2491051
प्रकाशनः
विवरण उपलब्ध नहीं
मान्यता/ पुरस्कार/ सम्मान:
विवरण उपलब्ध नहीं
उल्लेखनीय सूचनाएँ:
विवरण उपलब्ध नहीं
वेब आधारित कड़ियाँ (Links):
http://www.prokerala.com/education/atal-bihari-vajpayee-hindi-vishwavidyalaya-affiliated-ph-d-in-hindi-colleges.html
सूचना-स्रोत:
http://www.abvhv.org/
वेबसाइट/ ब्लॉग:
http://www.abvhv.org/
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