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हिंदी संस्थान श्री लंका
Hindi Sansthan Sri Lanka
पता:
Mihindu Mawatha, Kurunegala, Sri Lanka Email: उपलब्ध नहीं है। Phone: 94755676761
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हिंदी संस्थान श्री लंका से संपर्क कीजिए:
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पृष्ठभूमि:
हिन्दी संस्थान, श्री लंका उन स्वैच्छिक संस्थाओं में से एक है जो आज से पन्द्रह वर्ष पूर्व हिन्दी को विश्वव्यापी बनाने की यात्रा से सम्बद्ध हुई। श्रीमती अतिला कॉतलावल इस संस्थान की महान संस्थापक है। हिन्दी संस्थान, श्री लंका का प्रारम्भ सुगम नहीं था। कई बाधाओं का सामना करने के पश्चात, भारत - श्री लंका प्रतिष्ठान द्वारा इस संस्थान को मूलभूत सुविधाओं के आवश्यक अनुदान दिए गए जो अल्प सुविधाओं में संचालित हिन्दी संस्थान श्री लंका के लिए अमूल्य निधि बना। आज यह संस्थान वर्तमान में कुरुनैगल शहर के टाउन सेंटर बिल्डिंग के एक कमरे में स्थापित है। हिन्दी संसार को एकबद्ध करने के लिये हिन्दी संस्थान द्वारा किये गए इस प्रयास के कारण, श्री लंका की अलग से पहचान की जा सकती है। इस संस्था के साथ हिन्दी संसार और श्री लंका का ऐतिहासिक, सांस्कृतिक तथा सामाजिक सन्दर्भ जुड़ा है।
उद्देश्य:
हिन्दी संस्थान, श्री लंका के निम्न उद्देश्य हैं: 1.विद्यार्थियों को हिन्दी भाषा का सम्पूर्ण ज्ञान प्रदान करना तथा उन्हें भारतीय संस्कृति से भली भाँति परिचित कराना। 2.हिन्दी भाषा को अंतरराष्ट्रीय अभिव्यक्ति तथा सम्प्रेषण के रूप में पूरे विश्व समुदाय तक पहुँचाने में अपना सामर्थ्य प्रदान करना।
उल्लेखनीय गतिविधियाँ/ उपलब्धियाँ/ प्रतिभागिता:
संस्थान में, छात्रों को भारतीय संस्कृति से अवगत कराने हेतु प्रतिवर्ष मुख्यतः दीपावली, होली, गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, विश्व हिन्दी दिवस आदि विशेष अवसरों पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
प्रमुख पदाधिकारी:
उपलब्ध नहीं है।
प्रकाशनः
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मान्यता/ पुरस्कार/ सम्मान:
विवरण उपलब्ध नहीं है।
उल्लेखनीय सूचनाएँ:
1. हिन्दी संस्थान, श्री लंका में शिक्षित विद्यार्थी प्रतिवर्ष परीक्षाओं में अव्वल श्रेणी में उत्तीर्ण होते आए हैं। संस्थान द्वारा प्रशिक्षित छात्र, श्री लंका के अनेक विश्वविद्यालयों में प्रवेश लेने एवं वहाँ से हिन्दी भाषा की उच्च शिक्षा प्राप्त करने में अपने आप को योग्य सिद्ध करने में भी सफल हुए हैं। साथ ही, पूर्ण स्नातक – स्नातिकाएँ बने उनमें से बहुत छात्रों को हिन्दी के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के अध्ययन करने का भी सुअवसर प्राप्त हुआ है। इस प्रकार विगत पन्द्रह वर्षों में संस्थान ने लगभग हज़ार विद्यार्थियों को हिन्दी की शिक्षा से लाभांवित किया है। अतएव छात्र हिन्दी का प्रचार – प्रसार करते हुए इस संस्थान को यशस्वी बना रहे हैं।
2. हिन्दी संस्थान, श्री लंका में अपने विद्यार्थियों को हिन्दी साहित्य से विमुख न होने देने हेतु एक व्यवस्थित कार्य प्रणाली का आयोजन किया गया है।
3. हिन्दी संस्थान, श्री लंका का पुस्तकालय, श्री लंका का सर्वप्रथम सार्वजनिक हिन्दी पुस्तकालय है। इसमें हिन्दी की सेवा में समर्पित व्यक्तियों एवं संस्थाओं द्वारा हिन्दी भाषा तथा साहित्य के उन्नयन, सम्वर्धन व संरक्षण हेतु किए गए निर्माण-कार्यो का संग्रह है। 02 जुलाई 2014 को इस पुस्तकालय की स्थापना की गई थी ।
वेब आधारित कड़ियाँ (Links):
www.facebook.com/HindiSansthanKurunegala/
सूचना-स्रोत:
World Hindi Secretariat
www.facebook.com/HindiSansthanKurunegala/
वेबसाइट/ ब्लॉग:
उपलब्ध नहीं है।
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